प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजन ने रामवरन को फ्लाईस ईंट उद्योग मालिक बनाया (खुशियों की दास्तां) - Vidisha Times

Breaking

Home Top Ad

Responsive Ads Here

बुधवार, 18 दिसंबर 2019

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजन ने रामवरन को फ्लाईस ईंट उद्योग मालिक बनाया (खुशियों की दास्तां)

मुरैना | 18-दिसम्बर-2019
 



 

    व्यक्ति अगर मन में ठान ले कि उसे इस काम में सफलता हासिल करना है तो उसे सफलता जरूर मिलती है। सफलता को रोकने में कहीं कोई आड़े नहीं आता। ऐसी ही ललक हिगौना निवासी रामवरन की थी। उसने यह ठान लिया था कि उसे स्वयं का उद्योग लगाना है। इसके लिये उसने श्रम परिश्रम एवं मेहनत की और अपना ईंट उद्योग लगाने में सफल हो गया। यह उद्योग रामवरन सिंह जाटव ने खादी ग्रामोद्योग की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना से 25 लाख रूपये ऋण लेकर लगाया।   
    मुरैना विकासखण्ड के ग्राम हिंगौना खुर्द निवासी रामवरन जाटव शिक्षित होकर भी बेरोजगार था, क्योंकि पिताजी के पास इतनी जमीन ज्यादात नहीं थी कि वह एक अच्छा सा व्यवसाय या जीविकोपार्जन के लिये रोजगार खोल सके। रामवरन स्वयं तीन भाई है। जिसमें पिताजी के पास मात्र ढ़ाई बीघा जमीन थी। जिससे पूरे परिवार का खर्च चलाना तीनों भाईयों के लिये मुसीबत बनता जा रहा था। चूंकि रामवरन का बड़ा भाई सरपंच था, सरपंची के कार्य से एक बार दिल्ली गया हुआ था, दिल्ली के रास्ते फ्लाईस ईंट उद्योग निर्माण को देखने के लिये मैं भी भाई के साथ गया था। लौटते समय मेरे मन में फ्लाईस ईंट उद्योग लगाने की बात आई, किन्तु पैसा पास नहीं था तो निराश होकर घर बैठ जाता था। मन ही मन अपने नसीब को कोसता था, कि आज हमारे पास भी पैसा होता तो फ्लाईंस ईंट उद्योग मालिक हम भी होते।
    एक दिन रामवरन समाचार पत्र पढ़ रहा था, जिसमें खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत 25 लाख रूपये का ऋण लेने का स्तहार प्रकाशित हुआ । रामवरन ने तत्काल खादी ग्रामोद्योग पहुंचकर 25 लाख रूपये का फ्लाईस ईंट उद्योग लगाने का आवेदन प्रस्तुत किया, कुछ समय बाद रामवरन का 23 लाख 75 हजार रूपये का ऋण स्वीकृत हुआ। जिसमें 8 लाख 75 हजार रूपये की सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की गई। रामवरन का ईंट उद्योग इतनी तेजी से चल निकला कि ईंट उद्योग में तीनों भाई एवं उनके चाचा का लड़का सहित चारों को रोजगार मिलने लगा। इसके साथ ही अन्य चार परिवारों को अपने गांव में ही मजदूरी करने का भी मौका मिला। रामवरन ने बताया कि प्र्रतिमाह 5 लाख रूपये की फ्लाईस ईंट निर्माण उद्योग से आय हो रही है। जिसमें से प्रतिमाह डेढ़ से 2 लाख रूपये ऋण के रूप में बैंक में जमा कर रहा हूं। मेरे लिये खादी ग्रामोद्योग की प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना वरदान साबित हुई है। जिसने हमारे परिवार सहित आस-पडौस के परिवारों को रोजगार से जोड़ दिया है। प्रदेश सरकार का हम धन्यवाद ज्ञापित करते है, जिन्होंने ऐसी योजना हम शिक्षित बेरोजगारों के लिये संचालित की है।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Bottom Ad

Responsive Ads Here

VIDISHA TIMES