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मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

स्व-सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं हो रही हैं आत्मनिर्भर (खुशियों की दास्तां)

रायसेन | 24-दिसम्बर-2019
 



 

 

 


 

   प्रदेश सरकार द्वारा आजीविका मिशन के माध्यम से ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों में महिलाओं को स्व-सहायता समूह गठित कर रोजगार प्रारंभ करने के लिए ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले के ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों में महिलाएं स्व-सहायता समूहों से जुड़कर आर्थिक उन्नति की ओर अग्रसर हो रही हैं। रायसेन के एसएम एकता समूह को दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत सिलाई कार्य के लिए 66 हजार रूपए का ऋण स्वीकृत किया गया है।
    एसएम एकता महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य कविता मीणा तथा वृंदा अहरवाल ने बताया कि उनके स्व-सहायता समूह द्वारा साड़ी, यूनीफार्म, कपड़े सिलाई तथा कम्पोजसिंट वर्क का कार्य किया जाता है। स्व-सहायता समूह, हम जैसी गृहणी महिलाओं के लिए आजीविका का साधन बन रहे हैं। पहले तो छोटी-छोटी बचत को एकत्रित करने के उद्देश्य से शुरुआत में कुछ महिलाएं समूह से जुड़ी, फिर धीरे-धीरे महिलाओं की संख्या बढ़ने लगी और आज सफलतापूर्वक समूह का संचालन हो रहा है। जो महिलाएं कल तक घर में कामकाज करती थी आज समूह के द्वारा उन्हें अलग पहचान मिली है। एक प्रकार से वह छोटे उद्यमी के रूप में काम करने लगी हैं।




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