भोपाल,16 दिसंबर 2019/ 19 वीं अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता की ओवर ऑल कयाकिंग चैम्पियनशिप बीएसएफ, केनोईंग चैम्पियनशिप सीआरपीएफ और रोईंग चैम्पियनशिप आईटीबीपी ने जीत ली है। कयाकिंग में एसएसबी की टीम, केनोईंग में आईटीबीपी एवं रोईंग में पंजाब पुलिस की टीम रनर अप रही। प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित ऐतिहासिक बड़े तालाब में मध्यप्रदेश पुलिस की मेजबानी में चल रही पांच दिवसीय इस प्रतियोगिता का समापन सोमवार के सायंकाल प्रदेश के गृह मंत्री श्री बाला बच्चन के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह, विशेष पुलिस महानिदेशक एसएएफ श्री विजय यादव व ऑल इंडिया पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के सचिव श्री स्वतंत्र दास मंचासीन थे।
गृह मंत्री ने समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भोपाल शहर मध्यप्रदेश की राजधानी के साथ-साथ झीलों की राजधानी भी है। वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिताओं के लिए भोपाल भी देश के प्रमुख केन्द्रों में से एक है। श्री बाला बच्चन ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए डीजीपी एवं मध्यप्रदेश पुलिस को बधाई दी। साथ ही विजेता व उप विजेता टीमों सहित प्रतियोगिता में पदक हासिल करने वाले सभी खिलाडि़यों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा यह खुशी की बात है कि मध्यप्रदेश पुलिस ने पांचवी बार इस अखिल भारतीय प्रतियोगिता की मेजबानी की है। उन्होंने पुलिस खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से हर संभव सहयोग देने की बात कही।
पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह ने कहा खेलों की तरह पुलिस बलों में भी अनुशासन व टीम भावना महत्वपूर्ण मानी जाती है। साथ ही धैर्य और स्वास्थ्य के प्रति सजगता पर विशेष ध्यान दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता को अंतर्राष्ट्रीय मापदंडो के अनुरूप संपन्न कराने का प्रयास किया गया है। श्री सिंह ने रोईंग, कयाकिंग व केनोईंग चैम्पियनशिप जीतने वाली टीमों को बधाई दी। साथ ही पदक से वंचित रह गए खिलाडि़यों को भविष्य में सफलता प्राप्त करने के लिए शुभकामनाएँ दी।
विशेष पुलिस महानिदेशक श्री विजय यादव ने कहा पांच दिनों तक चली इस प्रतियोगिता में सभी टीमों ने अनुशासित रहकर खेल भावना का परिचय दिया। साथ ही अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से खेल प्रेमियों के बीच गहरी छाप छोड़ी। 12 से 16 दिसम्बर 2019 तक ऐतिहासिक भोपाल ताल में चली इस अखिल भारतीय प्रतियोगिता में कयाकिंग, केनोईंग एवं रोईंग की 26 स्पर्धाएं हुईं। जिसमें केन्द्रीय बलों सहित 19 राज्यों की पुलिस एवं अर्द्ध सैनिक बलों की टीमों के 344 खिलाडि़यों ने अपनी उत्कृष्ट खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इन खिलाडि़यों में 50 अंतर्राष्ट्रीय एवं 220 राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी शामिल थे।
कार्यक्रम में ऑल इंडिया पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के सचिव श्री स्वतंत्र दास ने भी विचार व्यक्त किए और पुलिस टीमों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त की गईं उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
अंत में प्रतियोगिता की मुख्य आयोजन समिति के सचिव आई.पी.एस. श्री आशुतोष प्रताप सिंह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने खासतौर पर खेल विभाग की पूरी टीम कयाकिंग, केनोईंग व रोईंग फेडरेशन तथा राज्य आपदा प्रबंधन दल और 7 वीं, 10 वीं, 23 वीं व 25 वीं वाहिनी के प्रति भी विशेष रूप से आभार जताया।
ऐतिहासिक झील में वोट मार्च का अद्भुत नजारा
उन्नीसवीं अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता के समापन अवसर पर ऐतिहासिक भोपाल ताल का अद्भुत नजारा खेल प्रेमी शायद ही कभी भुला पाएँगे। सोमवार को सुबह से ही धूप-छांव की आँख मिचोनी एवं सरसराती हवा की वजह से भोपाल ताल में खूब हिलोरें उठीं। इसी खुशनुमा नजारे के बीच अनुशासन बद्ध ढंग से आकर्षक बोट मार्च निकला। पुलिस बैंड द्वारा निकाली जा रही देशभक्ति पूर्ण गीत ''हिम्मत वतन की हम से है'' एवं ''सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा'' की मधुर धुन ने वोट मार्च को और भी आकर्षक बना दिया। जाहिर है इस अवसर पर मौजूद खेल प्रेमी वाह-वाह कहने को मजबूर हो गए। वोट मार्च में अंडमान निकोबार द्वीप समूह, आसाम पुलिस, आसाम रायफल, आंध्रप्रदेश, बीएसएफ, सीआरपीएफ, छत्तीसगढ़, आईटीबीपी, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, उड़ीसा, पंजाब, एसएसबी, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल व मध्यप्रदेश पुलिस की टीमें शामिल थीं।
गृह मंत्री ने देखे फायनल मुकाबले और चैम्पियनशिप ट्रॉफी प्रदान कीं
प्रतियोगिता के आखिरी दिन समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृह मंत्री श्री बाला बच्चन की मौजूदगी में कयाकिंग के-4 व केनोईंग सी-4 के 200 मीटर प्रतिस्पर्धा के फायनल मुकाबले हुए। उन्होंने पहले, दूसरे व तीसरे स्थान पर रहीं टीमों को क्रमश: गोल्ड, सिल्वर व ब्रॉन्ज मैडल प्रदान किए। साथ ही कयाकिंग, केनोईंग व रोईंग चैम्पियनशिप की विनर एवं रनरअप टीमों को ट्रॉफी सौंपी। उन्होंने कार्यक्रम के अंत में प्रतियोगिता के समापन की घोषणा की और ध्वज डीजीपी को सौंपा।
कयाकिंग में बीएसएफ, केनोईंग में सीआरपीएफ व रोईंग में आईटीबीपी का रहा दबदबा
कयाकिंग में बीएसएफ का दबदबा रहा। बीएसएफ ने पांच गोल्ड, दो सिल्वर व एक ब्रॉन्ज मैडल सहित कुल आठ मैडल अपने नाम किए। साथ ही कुल 49 अंक हासिल कर चैम्पियनशिप जीत ली। कयाकिंग की रनरअप एसएसबी की टीम रही। एसएसबी ने 36 अंक जुटाए और तीन गोल्ड व तीन सिल्वर मिलाकर छ: मैडल अपने नाम किए। कयाकिंग में इनके अलावा सीआरपीएफ ने एक गोल्ड, दो सिल्वर व दो ब्रॉन्ज सहित कुल पांच पदक, आईटीबीपी ने दो सिल्वर व दो ब्रॉन्ज सहित कुल चार मैडल, अंडमान निकोबार पुलिस ने दो ब्रॉन्ज एवं पंजाब पुलिस व तेलगांना पुलिस ने एक-एक ब्रॉन्ज मैडल जीते।
केनोईंग की चैम्पियनशिप पर सीआरपीएफ ने कुल 38 अंक हासिल कर अपना कब्जा जमाया। सीआरपीएफ ने दो गोल्ड, चार सिल्वर व एक ब्रॉन्ज सहित कुल सात पदक जीते। केनोईंग की रनरअप आईटीबीपी रही जिसने 35 अंक जुटाए और तीन गोल्ड, दो सिल्वर व एक ब्रॉन्ज सहित छ: मैडल अपने नाम किए। केनोईंग में इनके अलावा बीएसएफ ने दो गोल्ड, एक सिल्वर व दो ब्रॉन्ज सहित कुल पांच पदक, एसएसबी ने एक गोल्ड, दो सिल्वर व चार ब्रॉन्ज सहित कुल सात मैडल, तथा जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक गोल्ड व एक ब्रॉन्ज सहित दो मैडल अपने नाम किए।
रोईंग चैम्पियनशिप पर तीन गोल्ड, दो सिल्वर व एक ब्रॉन्ज सहित कुल छ: पदक और 22 अंक हासिल कर आईटीबीपी ने कब्जा जमाया। रोईंग की रनरअप पंजाब पुलिस रही, जिसने 19 अंक जुटाए और तीन गोल्ड, एक सिल्वर व एक ब्रॉन्ज सहित पांच मैडल अपने नाम किए। रोईंग में इनके अलावा सीआरपीएफ ने तीन सिल्वर व दो ब्रॉन्ज सहित कुल पांच पदक, एसएसबी ने एक गोल्ड, एक सिल्वर व दो ब्रॉन्ज सहित कुल चार मैडल, बीएसएफ ने एक गोल्ड व एक सिल्वर सहित दो पदक तथा महाराष्ट्र पुलिस ने एक सिल्वर व एक ब्रॉन्ज सहित दो मैडल अपने नाम किए।
कयाकिंग के पदक इन्होंने अपने नाम किए
सोमवार को हुई कयाकिंग 200 मीटर एकल प्रतिस्पर्धा में एसएसबी के श्री ज्ञानेश्वर सिंह ने 00:45.432 मिनिट का समय निकालकर गोल्ड मैडलजीता। सिल्वर मैडल (समय 00:47.695) आईटीबीपी के श्री प्रभात कुमार और ब्रॉन्ज मैडल (समय 00:47.865) सीआरपीएफ के रविन्दर ने जीता है। कयाकिंग की 200 मीटर युगल स्पर्धा में एएसबी के श्री पी.नओबा सिंह ने अपने साथी खिलाड़ी जिशान हुसैन के साथ मिलकर 00:41.137 मिनिट का समय निकाला और गोल्ड पर कब्जा जमाया। इस प्रतिस्पर्धा में सिल्वर मैडल (समय 00:42.145) बीएसएफ के श्री रोहित कुमार व श्री रंजीत एम. एवं ब्रॉन्ज मैडल (समय 00:42.200) आईटीबीपी के श्री प्रभात कुमार व श्री रोबिन्द्र सिंह ने जीता।
कयाकिंग की 200 मीटर के-4 प्रतिस्पर्धा के गोल्ड मेडल पर एएसबी टीम ने 00:36.928 मिनिट का समय निकालकर कब्जा जमाया। एसएसबी टीम में सर्वश्री ज्ञानेश्वर सिंह, पी.नाओबा सिंह, जीशान हुसैन व अरविन्द वाचस्पति शामिल थे। इस प्रतिस्पर्धा का सिल्वर मेडल बीएसएफ के सर्वश्री रंजीत एम., सत्यपाल तोमर, आयुष सिंह राजावत व दीपक कुमार प्रजापति ने 00:38.654 मिनिट का समय निकालकर जीता। ब्रॉन्ज मेडल पर आईटीबीपी के सर्वश्री सुरेश कुमार, अर्जुन कुमार शर्मा, विष्णु जोसेफ व साजो मैथ्यू ने 00:39.654 मिनिट का समय निकालकर कब्जा जमाया।
इन खिलाडि़यों ने जीते केनोईंग के पदक
केनोईंग की 200 मीटर व्यक्तिगत स्पर्धा का गोल्ड मैडल00:53.452 मिनिट का समय निकालकर एसएसबी के श्री के.समंदा सिंह ने अपने नाम किया। सीआरपीएफ के श्री के.एच.बॉय सिंह ने 00:53.647 मिनिट का समय निकाल कर सिल्वर मैडल और बीएसएफ के श्री गणेश येदु ने 00:54.922 मिनिट का समय निकालकर ब्रॉन्ज मैडल जीता है। इसी लंबाई में केनोईंग की युगल स्पर्धा में जम्मू-कश्मीर के श्री आदिल मोहीउद्दीन ने अपने साथी खिलाड़ी श्री इमरान हुसैन के साथ मिलकर 00:46.450 मिनिट का समय निकाला और गोल्ड मैडल अपने नाम किया। सिल्वर मैडलपर आईटीबीपी के श्री नानो सिंह व श्री रविकान्ता सिंह ने 00:47.390 मिनिट का समय निकालकर एवं ब्रॉन्ज मैडल एसएसबी के श्री अखिल ओमनाकुट्टन व श्री चंदन कुमार ने 00:47.485 मिनिट का समय निकालकर कब्जा जमाया।
केनोईंग की इसी लंबाई की सी-4 स्पर्धा का गोल्ड मैडल सीआरपीएफ के सर्वश्री मनोज कुमार, नीलकान्त सिंह, वीरेन्दर कुमार व शिव शंकर निशाद ने 00:41.658 मिनिट का समय निकालकर जीता। इस प्रतिस्पर्धा के सिल्वर मेडल पर बीएसएफ के सर्वश्री वीनू बी., बृजेन्द्र सिंह राणा, जोसेफ फ्रांसिस व शंभू परासनन ने 00:43.062 मिनिट का समय निकालकर एवं ब्रॉन्ज मेडल पर आईटीबीपी के सर्वश्री रविकान्त सिंह, अजाब सिंह, गुरूबख्शेश सिंह व टी.जॉनसन सिंह ने 00:43.082 मिनिट का समय निकालकर कब्जा जमाया।
क्रमांक-277/19 धीरज/हितेन्द्र सिंह भदौरिया
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