:-गोपाल भार्गव
नेता प्रतिपक्ष ने ब्या में हुए लागुंठीचार्ज घटना की निंदा की।वरा
दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई मांग की
भोपाल। ब्यावरा में अधिकारियों ने कानून हाथ मे लेकर लोकत्रांतिक तरीके से रैली निकाल रहे भाजपा कार्यकर्ताओ ओर जनता को बेरहमी से पीटा है। इससे लगता है कि सरकारी कर्मचारी सेवक नही बल्कि सरकार के गुलाम होकर काम कर रहे है। जिस जनता की गाढ़ी कमाई से जिन अधिकारियों को वेतन मिलता है, वही अधिकारी अब जनता को मारने पर तुले है। अधिकारी सरकार के इशारे पर जिस तरीके से गुंडागर्दी करने पर उतर आए है, इसका परिणाम उन्हें भुगतना होगा। यह बात नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने राजगढ़ के ब्यावरा में सीएए समर्थन रैली में नागरिकों पर प्रशासन द्वारा लाठी चार्ज किये जाने की घटना की निंदा करते हुए कही। नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ से दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
प्रदेश सरकार दबा रही सीएए के समर्थन की आवाज
उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में प्रदेश की जनता अलग-अलग जिलों में समर्थन रैलियां आयोजित कर रही है, लेकिन प्रशासन सरकार के दबाव में अनुमति न देकर भाजपा जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों पर लाठीचार्ज कर सीएए के समर्थन की आवाज को दबाने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह समझना चाहिए कि सीएए अब कानून के रूप में संविधान का अंग बन चुका है। सरकार इसको मध्यप्रदेश में लागू न करने की बात कर संविधान का अपमान कर रही है।
लोकतंत्र की हत्या करने का कांग्रेस का पुराना इतिहास है
नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का दमन किया है। कांग्रेस का आपातकाल लगाने का काला इतिहास रहा है। आज प्रदेश में भी जनता की आवाज दबाने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं जब सीएए के विरोध में सड़कों पर उतरते है, जनसभा करते है तब कोई केस दर्ज नही होता लेकिन आज पूरे प्रदेश में हजारों की संख्या में आम नागरिक सीएए के समर्थन में रैली निकालते है तो उन पर लाठी चार्ज कर दिया जाता है। यह सरकार प्रदेश को पश्चिम बंगाल बना देना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश में आपातकाल को दोहराने का काम कर रही है। जनता इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें