गंजबासौदा
जिस कार्य को करने की जिम्मे, प्रशासन और जनप्रतिनिधियो की होती उस कार्य को करने एक सन्त को आगे आना पड़ा। आज 20 जनवरी को काशिपीठाधीश्वर डॉ राम कमलदास वेदांतीजी महाराज के सानिध्य में नगर के कई गणमान्य नागरिक, महिलाओं, स्कूल के अध्यापको एवं स्कूली छात्र/छात्राओं ने पाराशरी नदी को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से स्थानीय नोलखी मंदिर से मानस भवन स्थित पाराशरी नदी घाट पर पहुँचकर विधि विधान से नदी का दुग्ध अभिषेक कर पूजन अर्चन किया गया।
पाराशरी मुक्ति यात्रा सभा को संबोधित करते हुए श्री वेदांती महाराज ने पाराशरी नदी से जुड़ी हुई इसकी महत्ता के बारे में लोगों बताया इसके बाद वेदांती जी इस प्राचीन नदी के उद्गम स्थल ग्राम हिंनोदा की ओर रवाना हुए। जिन्होंने वहां से पूजन अर्चन कर नदी के पुनरुत्थान के लिए 20 जनवरी से 23 जनवरी तक चलने वाली इस सांकेतिक पदयात्रा को आरंभ किया। यह यात्रा कई गांव से होते हुए यात्रा 23 तारीख को माता शीतला के दरबार पहुंचकर पूजन अर्चन के साथ समापन की जावेगी!
सन्त द्वारा निकाली गई इस जनजागृति पदयात्रा में सबसे प्रमुख बात तो यह रही कि इस प्रमुख यात्रा में नगर की जनता को स्वच्छता के नाम पर गुमराह करने वाले प्रमुख जनप्रतिनिधि ओर प्रशासनिक अधिकारियों ने पूर्णता दूरी बना ली। जिस स्वच्छता कार्य को करने
के लिए नपा प्रशासन नगर में बड़े-बड़े होर्डिंग्स के माधयम से स्वच्छता का प्रचार-प्रसार कर रही है उसके एक भी जिम्मेदार व्यक्ति ने इस कार्यक्रम में सहभगिता को उचित नही समझा।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य नागरिकों ने भी प्राचीन नदी पर अपना सम्बोधन दिया।
इस अवसर पर प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार सहित बड़ी संख्या में जागरूक नागरिक उपस्थित थे!
कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता मुकेश रघुवंशी ने किया।
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